Ludhiana Youth Dies Russia During Bathing Sea With 3 Friends News Update | लुधियाना के युवक की रूस में मौत: 3 दोस्तों संग समुद्र में नहाने गया, तेज लहरों के बीच बहा; राखी भेजने वाली थी बहन – Khanna News
ध्रुव कपूर को रेस्क्यू कर मॉस्को पुलिस ने समुद्र से बाहर निकाला, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।
पंजाब के युवक की रूस में मौत हो गई है। वह दोस्तों के साथ समुद्र में नहाने गया था और वहां फंसकर डूब गया। मृतक की पहचान लुधियाना के खन्ना के अमलोह रोड स्थित सनसिटी में रहने वाले परिवार के इकलौता बेटा 20 वर्षीय साई ध्रुव कपूर के तौर पर हुई है।
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ध्रुव रूस के मॉस्को में पढ़ाई कर रहा था। रविवार को साई ध्रुव अपने तीन दोस्तों के साथ मॉस्को में समुद्र किनारे नहाने गया था। इसी दौरान वह समुद्र की तेज लहरों के बीच बह गया। उसके दोस्त बाल-बाल बच गए। जब तक साई ध्रुव को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। रूस से साई को रेस्क्यू करने और अस्पताल पहुंचाने की फुटेज भी परिवार के पास पहुंची है।
ध्रुव कपूर की फाइल फोटो।
पिता ने समुद्र में जाने से मना किया था पिता करण कपूर ने बताया कि वे ऋण सलाहकार के तौर पर अमलोह रोड पर छोटा सा ऑफिस चलाते हैं। परिवार पहले से आर्थिक रूप से मजबूत नहीं है। कुछ समय पहले ध्रुव को रूस भेजा था। वीजा शर्तों के अनुसार 6 महीने बाद वह वापस आ गया था। करीब एक साल पहले फिर उसे स्टडी वीजा पर भेजा गया था।
हादसे वाले दिन ध्रुव ने पहले अपने घर फोन करके पिता को बताया था कि वह दोस्तों के साथ समुद्र किनारे घूमने जा रहा है। पिता पहले मना करने लगे थे। लेकिन उन्होंने सोचा कि हफ्ते भर के बाद बेटे को जाना होता है, क्यों रोकना है। कुछ ही समय बाद फोन पर सूचना मिली कि बेटा समुद्र में बह गया और उसका शव निकाला गया है।
मॉस्को पुलिस ध्रुव को रेस्क्यू करती हुई।
भाई को राखी भेजने की सोच रही थी बहन ध्रुव परिवार का इकलौता बेटा था। यहां माता-पिता और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। बहन अभी अपने भाई को राखी भेजने की सोच रही थी कि उसे विदेशी धरती से भाई की मौत की खबर मिली। परिवार ने केंद्र व पंजाब दोनों सरकारों से मदद मांगी है। वे अपने बेटे का अंतिम संस्कार भारत में करना चाहते हैं और शव लाने में सहायता चाहते हैं।
विदेशी धरती पर यह प्रक्रिया बहुत कठिन और महंगी है, जिसे पूरा करने में वे सक्षम नहीं हैं। परिवार की तरफ से केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर को ईमेल के माध्यम से अपील की गई है और मदद पोर्टल पर भी आवेदन किया गया है।