October 8, 2025

Kishtwar Cloudburst Tragedy LIVE Video Update; Machail Mata Yatra | Jammu News | किश्तवाड़ त्रासदी- खून से सने शव, फेफड़ों में कीचड़ भरा: अंग बिखरे पड़े; अब तक 52 की मौत, 167 लोगों को बचाया गया

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जम्मू-कश्मीर2 मिनट पहले

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जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ के चशोटी गांव में 14 अगस्त की दोपहर 12:30 बजे बादल फटा। कई लोग पहाड़ से आए पानी और मलबे की चपेट में आ गए। हादसे में अब तक 52 लोगों की मौत हो गई है। अब तक 167 लोगों को बचाया गया है। करीब 100 से ज्यादा लोग लापता हैं।

हादसा उस समय हुआ जब हजारों श्रद्धालु मचैल माता यात्रा के लिए किश्तवाड़ में पड्डर सब-डिवीजन में चशोटी गांव पहुंचे थे। यह यात्रा का पहला पड़ाव है। बादल वहीं फटा है, जहां से यात्रा शुरू होने वाली थी। यहां श्रद्धालुओं की बसें, टेंट, लंगर और कई दुकानें थीं। सभी बाढ़ के पानी में बह गए।

न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, इस त्रासदी के मंजर डराने वाले हैं। मलबे में कई शव खून से सने थे। फेफड़ों में कीचड़ भर गया था। टूटी पसलियां और अंग बिखरे पड़े थे। स्थानीय लोगों, सेना के जवानों और पुलिस ने घायलों को घंटों मशक्कत के बाद कीचड़ भरे इलाके से खोदकर अपनी पीठ पर लादकर अस्पताल पहुंचाया।

किश्तवाड़ में जहां फ्लैश फ्लड हुआ जानिए उस इलाके को

चशोटी किश्तवाड़ शहर से लगभग 90 किलोमीटर और मचैल माता मंदिर के रास्ते पर पहला गांव है। यह जगह पड्डर घाटी में है, जो 14-15 किलोमीटर अंदर की ओर है। इस इलाके के पहाड़ 1,818 मीटर से लेकर 3,888 मीटर तक ऊंचे हैं। इतनी ऊंचाई पर ग्लेशियर (बर्फ की चादर) और ढलानें हैं, जो पानी के बहाव को तेज करती हैं।

मचैल माता तीर्थयात्रा हर साल अगस्त में होती है। इसमें हजारों श्रद्धालु आते हैं। यह 25 जुलाई से 5 सितंबर तक चलेगी। यह रूट जम्मू से किश्तवाड़ तक 210 किमी लंबा है और इसमें पद्दर से चशोटी तक 19.5 किमी की सड़क पर गाड़ियां जा सकती हैं। उसके बाद 8.5 किमी की पैदल यात्रा होती है।

आपदा की 7 तस्वीरें…

हादसे में मारे गए लोगों के शव एंबुलेंस और अन्य वाहनों में ले जाए जा रहे हैं।

हादसे में मारे गए लोगों के शव एंबुलेंस और अन्य वाहनों में ले जाए जा रहे हैं।

ये बादल फटने के बाद चशोटी गांव का फुटेज है। ऊपर से बाढ़ के साथ मलबा नीचे आया।

ये बादल फटने के बाद चशोटी गांव का फुटेज है। ऊपर से बाढ़ के साथ मलबा नीचे आया।

चशोटी गांव में गुरुवार को बादल फटने के बाद मलबे में कई घर बह गए।

चशोटी गांव में गुरुवार को बादल फटने के बाद मलबे में कई घर बह गए।

बादल फटने के बाद इलाके की तस्वीर। कई घरों को नुकसान पहुंंचा।

बादल फटने के बाद इलाके की तस्वीर। कई घरों को नुकसान पहुंंचा।

हादसे में घायल लोग, उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में लाया गया

हादसे में घायल लोग, उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में लाया गया

चशोटी गांव में बादल फटने के बाद स्थानीय लोगों ने घायलों को रेस्क्यू किया।

चशोटी गांव में बादल फटने के बाद स्थानीय लोगों ने घायलों को रेस्क्यू किया।

लोगों को हादसे वाली जगह से फौरन सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।

लोगों को हादसे वाली जगह से फौरन सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।

किश्तवाड़ आपदा से जुड़े पल-पल के अपडेट्स के लिए नीचे के ब्लॉग से गुजर जाएं…

अपडेट्स

3 मिनट पहले

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चश्मदीद बोले- दौड़ लगाई लेकिन मलबे में फंस गए

घायलों में से एक विशाल मेहरा ने बताया, मैं जम्मू से मचैल यात्रा के लिए आया था। हम दर्शन के बाद लौट रहे थे और चशोटी में रुके थे। हमारे समूह का एक हिस्सा थोड़ा पीछे रह गया था। हम चाय पी रहे थे और जैसे ही हमने चाय खत्म की, सेना के जवानों ने हमें वहां से भागने को कहा। हम दौड़े, लेकिन हम मलबे में फंस गए। मेरी बहन और भतीजा लापता हैं।

5 मिनट पहले

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घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया

15 मिनट पहले

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चशोटी गांव में बादल फटने के बाद के 2 वीडियो

16 मिनट पहले

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2 CISF जवानों की मौत, 37 की हालत गंभीर

किश्तवाड़ ज़िले के चशोटी गांव में बादल फटने में अब तक 2 CISF जवानों समेत 33 लोगों की मौत हो गई है। 200 से ज्यादा से लोग लापता हैं। 100 लोग घायल हुए हैं। इनमें 37 की हालत गंभीर है। इन्हें जिला अस्पताल किश्तवाड़ में भर्ती कराया गया है। वहीं पाडर के उप-जिला अस्पताल में करीब 70 से 80 अन्य घायलों का इलाज चल रहा है।

17 मिनट पहले

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किश्तवाड़ में जहां बादल फटा, वहां के 2 फुटेज

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