PM Modi LIVE | PM Narendra Modi Mann Ki Baat 124 Episode Update | मन की बात का 124वां एपिसोड: PM बोले- शुभांशु शुक्ला धरती पर उतरे, लोग उछल पड़े, बच्चे बोल रहे हम स्पेस साइंटिस्ट बनेंगे
नई दिल्ली13 घंटे पहले
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पीएम नरेंद्र मोदी ने आज रेडियो शो ‘मन की बात’ के 124वें एपिसोड के तहत देश को संबोधित किया। एपिसोड की शुरुआत में उन्होंने शुभांशु शुक्ला और स्पेस के बारे में बात की। उन्होंने कहा- जैसे ही एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला धरती पर उतरे, लोग उछल पड़े। हर दिल में खुशी की लहर दौड़ गई। पूरा देश गर्व से भर गया।
पीएम ने आगे कहा- इससे साइंस-स्पेस को लेकर बच्चों में नई जिज्ञासा जागी है। अब छोटे-छोटे बच्चे कहते हैं कि हम भी स्पेस में जाएंगे। हम भी चांद पर उतरेंगे। स्पेस साइंटिस्ट बनेंगे। मुझे याद है जब अगस्त 2023 चंद्रयान की सफल लैंडिंग हुई थी। तब देश में एक नया माहौल बना था।
पीएम मोदी ने बताया कि यूनेस्को ने 12 मराठा किलों वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स के रूप में शामिल किया है। 11 किले महाराष्ट्र में और एक किला तमिलनाडु में है। हर किले से इतिहास का एक पन्ना जुड़ा है। साल्हेर का किला जहां मुगलों की हार हुई। शिवनेरी में छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म हुआ था।
पीएम मोदी के मन की बात संबोधन की 5 मुख्य बातें…
- 12 किले वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल: UNESCO ने 12 मराठा किलों को वर्ल्ड हेरिटेज के रूप में मान्यता दी है। ग्यारह किले महाराष्ट्र में, एक किला तमिलनाडु में। हर किले से इतिहास का एक-एक पन्ना जुड़ा है। हर पत्थर, एक ऐतिहासिक घटना का गवाह है। सल्हेर का किला, जहां मुगलों की हार हुई। शिवनेरी, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म हुआ। किला ऐसा जिसे दुश्मन भेद न सके। खानदेरी का किला, समुद्र के बीच बना अद्भुत किला है। दुश्मन उन्हें रोकना चाहते थे लेकिन शिवाजी महाराज ने असंभव को संभव करके दिखा दिया।
- भारत में 3000 से ज्यादा टेक्सटाइल स्टार्टअप: टेक्सटाइल सेक्टर हमारी सांस्कृतिक विविधता की मिसाल है। आज टेक्सटाइल और अपैरल मार्केट बहुत तेजी से बढ़ रहा है। इस विकास की सबसे सुंदर बात यह है की गावों की महिलाएं, शहरों के डिजाइनर, बुजुर्ग बुनकर और स्टार्टअप शुरू करने वाले हमारे युवा सब मिलकर इसे आगे बढ़ा रहे हैं। आज भारत में 3000 से ज्यादा टेक्सटाइल स्टार्टअप हैं। कई अ ने भारत की हैंडलूम पहचान को ग्लोबल पहचान दी है।
- पांडुलिपियां डिजिटलाइज होंगी: हमारी असली ताकत वो ज्ञान है, जिसे सदियों से पांडुलिपियां के रूप में सहेजा गया है। इन पांडुलिपियों में विज्ञान है। चिकित्सा की पद्धतियां, संगीत, दर्शन और सबसे बड़ी बात वो सोच है, जो मानवता के भविष्य को उज्ज्वल बना सकती हैं। इसी सोच से प्रेरित होकर भारत सरकार ने इस वर्ष के बजट में एक ऐतिहासिक पहल की घोषणा की है- ‘ज्ञान भारतम् मिशन’। इस मिशन के तहत प्राचीन पांडुलिपियों को डिजिटलाइज किया जाएगा। फिर एक National Digital Repository बनाई जाएगी, जहां दुनियाभर के विद्यार्थी, शोधकर्ता, भारत की ज्ञान परंपरा से जुड़ सकेंगे।
- भारत ने वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में 600 मेडल जीते: क्या आप जानते हैं ओलिंपिक के बाद सबसे बड़ा खेल आयोजन कौन सा होता है? इसका उत्तर है -वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स। दुनियाभर के पुलिसकर्मी, फायर फाइटर्स, सिक्योरिटी से जुड़े लोग उनके बीच होने वाला स्पोर्ट्स टूर्नामेंट। इस बार ये टूर्नामेंट अमेरिका में हुआ और इसमें भारत ने इतिहास रच दिया। भारत ने करीब-करीब 600 मेडल जीते। 71 देशों में हम टॉप-3 में पहुंचे। 2029 में ये गेम्स भारत में होंगे।
- स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस को याद किया: 12 अगस्त 1908 में बिहार का मुजफ्फरपुर शहर में हर गली, हर चौराहा, हर हलचल उस समय जैसे थमी हुई थी। लोगों की आंखों में आंसू थे, लेकिन दिलों में ज्वाला थी। लोगों ने जेल को घेर रखा था, जहां एक 18 साल का युवक, अंग्रेजों के खिलाफ अपना देश-प्रेम व्यक्त करने की कीमत चुका रहा था। जेल के अंदर अंग्रेज अफसर एक युवा को फांसी देने की तैयारी कर रहे थे। उस युवा के चेहरे पर भय नहीं था, बल्कि गर्व से भरा हुआ था। वो गर्व, जो देश के लिए मर-मिटने वालों को होता है। वो वीर, वो साहसी युवा थे, खुदीराम बोस। सिर्फ 18 साल की उम्र में उन्होंने वो साहस दिखाया, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया।
22 भाषाओं में ब्रॉडकास्ट होता है मन की बात कार्यक्रम
मन की बात को 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में भी ब्रॉडकास्ट किया जाता है। इनमें फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली शामिल हैं।
मन की बात की ब्रॉडकास्टिंग आकाशवाणी के 500 से अधिक ब्रॉडकास्टिंग सेंटर से होती है। पहले एपिसोड की टाइम लिमिट 14 मिनट थी। जून 2015 में इसे बढ़ाकर 30 मिनट कर दिया गया था।
‘मन की बात’ पिछले तीन एपिसोड की खबरें पढ़ें…
- 123वें एपिसोड में योग दिवस और इमरजेंसी पर बात की थी: पीएम ने शुरुआत में योग दिवस के बारे में बात की। उन्होंने कहा- 21 जून को देश-दुनिया के करोड़ों लोगों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में हिस्सा लिया। योग की भव्यता बढ़ती जा रही, लोग दैनिक जीवन में इसे अपना रहे। बाद में कहा- इमरजेंसी के दौर में लोगों को प्रताड़ित किया गया। अनेक लोगों को कठोर यातनाएं दी गई। आखिर में जनता की जीत हुई और आपातकाल हटा लिया गया। पढ़ें पूरी खबर…
- 122वें एपिसोड में ऑपरेशन सिंदूर को बदलते भारत की तस्वीर बताया: पीएम मोदी ने एपिसोड की शुरुआत में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बात की। उन्होंने कहा- ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं है, ये हमारे संकल्प, साहस और बदलते भारत की तस्वीर है। इस तस्वीर ने पूरे देश को देश-भक्ति के भावों से भर दिया है, तिरंगे में रंग दिया है। पूरी खबर पढ़ें…
- 121वें एपिसोड में कहा था पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय मिलेगा: PM मोदी ने एपिसोड की शुरुआत पहलगाम में मारे गए लोगों को याद करते हुए की। उन्होंने कहा- इस आतंकी हमले के बाद पूरा देश एक स्वर में बोल रहा है। पहलगाम हमले से देश के लोगों का खून खौल रहा है। पीड़ित परिजनों को न्याय जरूर मिलेगा। पढ़ें पूरी खबर…