नई दिल्ली29 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

स्कोडा इंडिया ने तकनीकी खराबी के कारण अपनी 25,772 गाड़ियों को वापस बुलाया है। कंपनी के इस रिकॉल में 24 मई 2024 से 1 अप्रैल 2025 के बीच बनाए गए स्लाविया, कुशाक और कायलाक के मॉडल शामिल हैं।
कंपनी ने सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) को बताया कि रिकॉल की गई गाड़ियों में पीछे वाली सीट बेल्ट में खराबी की समस्या की पहचान की गई है।
रियर सीट बेल्ट की बकल लैच प्लेट टूटने की आशंका
रिकॉल डॉक्युमेंट्स में स्कोडा ने बताया गया कि, कार को सामने से टक्कर लगने पर रियर सीट बेल्ट की बकल लैच प्लेट टूट सकती है। ऐसे में पीछे के सेंटर सीट बेल्ट असेंबली की वेबिंग से पीछे की दाहिनी सीट बेल्ट का बकल निकल सकता है। इससे यात्रियों को चोट लगने का खतरा बड़ जाएगा।
कस्टमर से नहीं लिया जाएगा कोई चार्ज
कंपनी ने बताया कि स्कोडा इंडिया के ऑफिशियल वर्कशॉप इन मॉडल्स के ऑनर्स से संपर्क करेंगे, जहां डिफेक्ट को सही किया जाएगा। वाहन मालिकों को खराब पार्ट को बदलने की जानकारी दे दी जाएगी। डिफेक्ट सुधारने या पार्ट्स बदलने के लिए कस्टमर से किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा।
देश में गाड़ी रिकॉल के बड़े मामले
- 1. बलेनो और वैगनआर रिकॉल: जुलाई 2020 में मारुति ने वैगनआर और बलेनो की 1,34,885 यूनिट्स को रिकॉल किया था। इन मॉडल को 15 नवंबर, 2018 से 15 अक्टूबर, 2019 के बीच तैयार किया गया था। कंपनी ने फ्यूल पंप में खराबी के चलते गाड़ियों को रिकॉल किया था।
- 2. मारुति ईको रिकॉल: नवंबर 2020 में कंपनी ने ईको की 40,453 यूनिट्स को रिकॉल किया था। कंपनी ने गाड़ी के हेडलैम्प पर मिसिंग स्टैंडर्ड सिंबल की वजह से ये फैसला लिया था। इस रिकॉल में 4 नवंबर, 2019 से 25 फरवरी, 2020 के बीच मैन्युफैक्चर की गई ईको शामिल थीं।
- 3. महिंद्रा पिकअप रिकॉल: 2021 में महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपने कॉमर्शियल पिकअप व्हीकल की 29,878 यूनिट्स को रिकॉल किया था। कंपनी ने कहा था कि जनवरी 2020 से फरवरी 2021 के बीच मैन्युफैक्चर होने वाले कुछ पिकअप व्हीकल में एक फ्ल्यूड पाइप का रिप्लेसमेंट किया जाना है।
- 4. महिंद्रा थार रिकॉल: महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपनी ऑफरोड SUV थार के डीजल वैरिएंट की 1577 यूनिट्स को फरवरी 2021 में रिकॉल किया था। कंपनी ने कहा था कि प्लांट की मशीन में गड़बड़ी के चलते ये पुर्जे खराब लग गए। सभी यूनिट का प्रोडक्शन 7 सितंबर से 25 दिसंबर, 2020 के बीच में किया गया था।
- 5. रॉयल एनफील्ड रिकॉल: मई 2021 में शॉर्ट सर्किट की आशंका के चलते रॉयल एनफील्ड ने बुलेट 350, क्लासिक 350 और मीटिअर 350 की 2,36,966 यूनिट्स को वापस मंगाया था। इन सभी की मैन्युफैक्चरिंग दिसंबर 2020 से अप्रैल 2021 के बीच की गई थी।

रिकॉल क्या है और क्यों होता है?
जब कोई कंपनी अपने बेचे गए प्रोडक्ट को वापस मंगाती है, तो इसे रिकॉल कहते हैं। किसी कंपनी के द्वारा रिकॉल का फैसला उस वक्त लिया जाता है जब उसके प्रोडक्ट में कोई खराबी होती है। रिकॉल की प्रोसेस के दौरान वो प्रोडक्ट की खराबी को दुरुस्त करना चाहती है। ताकि भविष्य में प्रोडक्ट को लेकर ग्राहक को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े।
कंपनी के रिकॉल पर एक्सपर्ट की सलाह
कार में खराबी को लेकर कंपनी को पहले सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (SIAM) को एक डेटा देना पड़ता है। इसमें कार की खराबी के साथ कितने प्रतिशत लोगों को प्रॉब्लम हो रही है, बताना पड़ता है। इसके बाद सियाम अप्रूवल देता है। कंपनी खराबी को ठीक करने के लिए एक टाइम तय करती है। यदि किसी ग्राहक की गाड़ी उसके खरीदे गए शहर से बाहर है, तब वो उस शहर के नजदीकी सर्विस सेंटर पर भी उसे ठीक करा सकता है।
More Stories
At a Dubai Conference, Trump’s Conflicts Take Center Stage
How Google’s Antitrust Case Could Upend the A.I. Race
Lamborghini Temerario Price 2025; Sports Car Specifications & Features Explained | ड्रिफ्ट मोड वाली पहली लैम्बॉर्गिनी टेमेरारियो लॉन्च, कीमत ₹6 करोड़: 343kmph की स्पीड से दौड़ सकती है स्पोर्ट्स कार, मैक्लारेन 750 से मुकाबला