Trump deploys two nuclear submarines near Russia | ट्रम्प का रूस के पास 2 एटमी-पनडुब्बियां तैनाती का आदेश: कहा- गंभीर नतीजे भुगतने होंगे; पूर्व रूसी राष्ट्रपति बोले थे- अमेरिकी प्रेसिडेंट घबरा गए हैं
वॉशिंगटन डीसी2 घंटे पहले
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया साइट ट्रुथ पर पोस्ट लिखकर फैसले की जानकारी दी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस के साथ बढ़ते तनाव के बीच रूस के नजदीक दो न्यूक्लियर पनडुब्बियां तैनात करने के आदेश दिए हैं। साथ ही गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि पनडुब्बियां कहां तैनात की जाएंगी।
ट्रम्प ने सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल पर इस फैसले की जानकारी दी। उन्होंने अपने इस फैसले के पीछे रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव की भड़काऊ बयानबाजी को जिम्मेदार बताया।
ट्रम्प ने 28 जुलाई को स्कॉटलैंड यात्रा के दौरान ऐलान किया था कि रूस के पास यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए 10 से 12 दिन का समय है। अगर रूस इस दौरान सीजफायर के लिए बातचीत पर राजी नहीं होता तो रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों पर ‘सेकेंडरी टैरिफ’ लगेगा।
अब पढ़िए ट्रम्प का सोशल मीडिया पोस्ट और उसका हिंदी अनुवाद…
ट्रम्प ने सोशल मीडिया साइट ट्रुथ पर लिखा- ‘रूस के पूर्व राष्ट्रपति और सिक्योरिटी काउंसिल के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव की भड़काऊ बयानबाजी की वजह से मैंने रूस के नजदीक दो न्यूक्लियर पनडुब्बियों को तैनात करने का आदेश दिया है, ताकि भड़काऊ बयान सिर्फ बयानबाजी तक सीमित रहे।
शब्द बहुत कीमती होते हैं और कई बार अनजाने में गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि यह ऐसा मामला नहीं होगा।’
ट्रम्प ने बताया डेड इकोनॉमी तो रूस ने डेड हैंड की याद दिलाई ट्रम्प ने 30 जुलाई को भारत पर 25% टैरिफ लगाने के बाद भारत और रूस को डेड इकोनॉमी बताया था। उन्होंने कहा था- भारत और रूस अपनी अर्थव्यवस्था को साथ ले डूबें, मुझे क्या। इसके जवाब में रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति घबरा गए हैं।
मेदवेदेव ने टेलीग्राम पर लिखा था- ‘ट्रम्प को डेड हैंड की खतरनाक ताकत याद रखनी चाहिए, भले ही यह अब मौजूद नहीं है। अगर रूस के पूर्व राष्ट्रपति के कुछ शब्दों से अमेरिका के शक्तिशाली राष्ट्रपति इतना घबरा जाते हैं तो रूस का रास्ता बिल्कुल सही है। हम अपने रास्ते पर आगे बढ़ते रहेंगे।’
डेड हैंड रूस का एक पुराना न्यूक्लियर हथियार कंट्रोल सिस्टम था। यह देश की लीडरशिप खत्म होने पर भी जवाबी हमले करने में सक्षम था।
ट्रम्प ने मेदवेदेव को असफल पूर्व राष्ट्रपति कहा था इससे पहले भी मेदवेदेव ने ट्रम्प पर निशाना साधते हुए कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति की रूस को धमकी युद्ध शुरू कर सकती है। यह रूस और यूक्रेन के बीच नहीं, बल्कि अमेरिका के साथ होगा। उन्होंने ट्रम्प को ‘स्लीपी जो’ (जो बाइडन) की राह न अपनाने की भी सलाह दी थी।
इसके जवाब में ट्रम्प ने गुरुवार देर रात मेदवेदेव को ‘असफल पूर्व राष्ट्रपति’ करार देते हुए कहा था कि वे अभी भी खुद को राष्ट्रपति समझते हैं। ट्रम्प ने मेदवेदेव को उनके शब्दों पर ध्यान देने और खतरनाक बयानबाजी न करने की चेतावनी दी थी।
दिमित्री मेदवेदेव को राष्ट्रपति पुतिन का कट्टर समर्थक माना जाता है। वो वर्तमान में रूस की सिक्योरिटी काउंसिल के उपाध्यक्ष हैं। मेदवेदेव 2008 से 2012 तक रूस के राष्ट्रपति और 2012 से 2020 तक रूस के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।
ट्रम्प कई बार रूस के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। हालांकि वे रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर सीधे हमले से बचते रहे हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले कहा था- ‘मेरी पुतिन के साथ फोन पर अच्छी बातचीत होती है, लेकिन इसके कुछ घंटों बाद ही रूस यूक्रेन पर हमले करता है। इससे मैं निराश हूं। फिर भी पुतिन ऐसे इंसान हैं, जिसके साथ मैं अच्छा तालमेल बना सकता हूं।’
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